Thursday, September 26, 2024

आंसू

 तेरे आंसू,मेरे आंसू 

कुछ तो इनमे एका होगा!

जो यह बहते थे दिल से, तो 

आखों ने उनको रोका होगा!

क्या ज़माने थे

 क्या ज़माने थे,

जो गुज़र गए,

पता नहीं पहले बिगड़े थे,

जो अब सुधर गए?